डिजिटल युग में नौकरी ढूंढना जितना आसान हुआ है, उतना ही ऑनलाइन नौकरी घोटालों का खतरा भी बढ़ गया है। सोशल मीडिया, ईमेल, जॉब पोर्टल और फ्रीलांसिंग साइट्स पर हर दिन हजारों फर्जी जॉब ऑफर और वर्क फ्रॉम होम स्कीम्स के जाल बिछाए जा रहे हैं। कई लोग बेहतर कमाई या विदेश जाने के लालच में इन जालसाजों का शिकार बन जाते हैं।

इस लेख में हम जानेंगे ऑनलाइन जॉब फ्रॉड के तरीके, उनकी पहचान, और उनसे बचाव के पक्के उपाय।
ऑनलाइन नौकरी घोटालों के आम तरीके
1. फर्जी इंटरव्यू कॉल और ईमेल
फर्जी कंपनियां आकर्षक पैकेज और विदेश पोस्टिंग का लालच देकर इंटरव्यू कॉल भेजती हैं।
2. वर्क फ्रॉम होम स्कैम
बिना मेहनत हजारों कमाने का दावा। टाइपिंग जॉब, डाटा एंट्री, SMS भेजने वाले फेक ऑफर।
3. एजेंसी के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस ठगना
रजिस्ट्रेशन, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन, या मेडिकल के नाम पर पहले पैसे मंगवाना।
4. नकली वेबसाइट व ईमेल आईडी
असली कंपनी जैसा नाम और वेबसाइट बनाकर लोगों को फंसाना।
5. जॉब पोर्टल पर फर्जी प्रोफाइल
फर्जी ह्यूमन रिसोर्स हेड और मैनेजर के नाम से कॉल व ईमेल भेजना।
ऑनलाइन जॉब फ्रॉड की पहचान कैसे करें?
- ऑफर बिना इंटरव्यू के आए तो सावधान।
- रजिस्ट्रेशन, डॉक्युमेंट या सिक्योरिटी फीस मांगी जाए तो धोखा।
- ईमेल आईडी कंपनी की ऑफिशियल डोमेन की ना हो।
- वेबसाइट पर कंपनी का वैध पता और संपर्क नंबर न हो।
- ज्यादा पैकेज, विदेश नौकरी या 0% टैक्स ऑफर का लालच।
- कॉलर या मेल भेजने वाला खुद को सरकारी अधिकारी बताए।
ऑनलाइन नौकरी घोटालों से बचने के उपाय
- कंपनी का पूरा बैकग्राउंड चेक करें।
- कभी भी फीस या पैसे न भेजें।
- ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट चेक करें।
- पोर्टल पर कंपनी का CIN नंबर या GST नंबर देखें।
- कंपनी के कस्टमर केयर से संपर्क करें।
- सिर्फ सरकारी मान्यता प्राप्त जॉब पोर्टल और वेबसाइट का ही भरोसा करें।
- डाटा एंट्री और SMS जॉब से पहले पूरी जांच करें।
- वर्क फ्रॉम होम में टास्क बेस्ड पेमेंट स्कीम पर ही काम करें।
कानूनी उपाय
अगर किसी ने धोखाधड़ी की है:
- साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।
- नज़दीकी पुलिस स्टेशन में FIR कराएं।
- सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक और रिपोर्ट करें।
- उपभोक्ता फोरम में केस कर सकते हैं।
निष्कर्ष
ऑनलाइन नौकरी के नाम पर हो रहे घोटाले आजकल आम बात हैं। थोड़ी सी जागरूकता और सतर्कता से हम इस धोखाधड़ी से बच सकते हैं। याद रखें —कोई भी भरोसेमंद कंपनी नौकरी देने से पहले आपसे कभी पैसा नहीं मांगती। इसलिए हर ऑफर को अच्छी तरह जांच-परख लें और पूरी पुष्टि के बाद ही इंटरव्यू या जॉइनिंग के लिए हामी भरें।

नरेन्द्र सिंह इस वेबसाइट के संस्थापक हैं। उन्हें होटल इंडस्ट्री का अच्छा खासा अनुभव है। लोगो को अपने लेख द्वारा समाज में चल रही बुराइयों से सजग करने और उससे बचने के लिए अपने विचार व्यक्त करते हैं। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने होटल इंडस्ट्री के अपने 18 साल के करियर को स्विच कर अपने पसंदीदा और रूचि के करियर मीडिया में प्रवेश किया है। वह न केवल सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सजग करते हैं, अपितु सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का प्रयोग कर सामाजिक बुराइयों को उजागर कर, दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग को सूचित करते हैं।