परिचय:
आज की तेज रफ्तार जिंदगी और बदलती लाइफस्टाइल में हमारा शरीर तरह-तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहा है। कोरोना महामारी के बाद लोगों में इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर जागरूकता बढ़ी है। हालांकि, ज़्यादातर लोग दवाइयों के भरोसे अपनी इम्युनिटी सुधारने की कोशिश करते हैं। जबकि हमारे घर-आंगन और रसोई में ऐसी कई देसी और प्राकृतिक चीज़ें मौजूद हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकती हैं।

देसी और घरेलू तरीके:
- गुनगुना पानी पीना:
सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। इससे इम्युनिटी मजबूत रहती है। - हल्दी वाला दूध:
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रात को सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। - तुलसी और गिलोय:
तुलसी के पत्ते और गिलोय का रस रोज़ सुबह लेने से सर्दी, जुकाम और वायरल से बचाव होता है। गिलोय इम्युनिटी बूस्टर के रूप में काफी लोकप्रिय है। - आंवला:
आंवला विटामिन C का खजाना है। इसका नियमित सेवन शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत देता है। आप आंवले का मुरब्बा, जूस या चूर्ण किसी भी रूप में ले सकते हैं। - योग और प्राणायाम:
रोजाना कम से कम 20 मिनट योग और प्राणायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन का संचार बढ़ता है और इम्युनिटी मजबूत होती है। विशेषकर अनुलोम-विलोम और कपालभाति बेहद असरदार हैं। - भरपूर नींद:
रात को 7-8 घंटे की अच्छी नींद शरीर को रिचार्ज करती है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है।
निष्कर्ष:
बिना दवा के इम्युनिटी बढ़ाना कोई मुश्किल काम नहीं है। देसी नुस्खे, संतुलित खानपान और स्वस्थ दिनचर्या को अपनाकर हम अपने शरीर को बीमारियों से बचा सकते हैं। दवाइयों पर निर्भर रहने की बजाय प्राकृतिक तरीके अपनाएं और स्वस्थ जीवन जिएं।

नरेन्द्र सिंह इस वेबसाइट के संस्थापक हैं। उन्हें होटल इंडस्ट्री का अच्छा खासा अनुभव है। लोगो को अपने लेख द्वारा समाज में चल रही बुराइयों से सजग करने और उससे बचने के लिए अपने विचार व्यक्त करते हैं। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने होटल इंडस्ट्री के अपने 18 साल के करियर को स्विच कर अपने पसंदीदा और रूचि के करियर मीडिया में प्रवेश किया है। वह न केवल सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सजग करते हैं, अपितु सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का प्रयोग कर सामाजिक बुराइयों को उजागर कर, दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग को सूचित करते हैं।