परिचय
आजकल हम सभी इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। सोशल मीडिया चलाना, ऑनलाइन शॉपिंग करना, खबरें पढ़ना या यूट्यूब पर वीडियो देखना — ये सब इंटरनेट का ही हिस्सा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस इंटरनेट की भी एक ऐसी दुनिया है, जो हमारे सामने नहीं दिखाई देती?
जी हां मित्रों, इसे कहते हैं डार्क वेब। ये इंटरनेट का एक छुपा हुआ और खतरनाक हिस्सा है, जहां गैरकानूनी और अपराध से भरी गतिविधियां चलती हैं।

इस लेख में हम आसान भाषा में जानेंगे कि डार्क वेब क्या होता है, यह कैसे काम करता है, वहां क्या-क्या होता है, और इससे दूरी बनाकर क्यों रखना चाहिए।
इंटरनेट के तीन हिस्से होते हैं
इंटरनेट को अक्सर एक आइसबर्ग (बर्फ का पहाड़) की तरह समझाया जाता है, जिसमें तीन हिस्से होते हैं:
1. सरफेस वेब (Surface Web):
यह इंटरनेट का वह हिस्सा है, जिसे हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं। जैसे — गूगल, फेसबुक, यूट्यूब, न्यूज़ वेबसाइट, ऑनलाइन शॉपिंग।
2. डीप वेब (Deep Web):
यह वो हिस्सा है, जो पासवर्ड या सिक्योरिटी से सुरक्षित होता है। जैसे — बैंक अकाउंट, ईमेल, सरकारी रिकॉर्ड, मेडिकल रिपोर्ट।
3. डार्क वेब (Dark Web):
यह इंटरनेट का सबसे गुप्त और खतरनाक हिस्सा है। इसे गूगल या किसी सामान्य ब्राउज़र से नहीं खोला जा सकता।
डार्क वेब कैसे काम करता है?
डार्क वेब पर जाने के लिए Tor (The Onion Router) नामक खास सॉफ्टवेयर या ब्राउज़र का इस्तेमाल किया जाता है। इससे वेबसाइट के पते (URL) भी अजीब तरीके के होते हैं, जैसे .onion से खत्म होते हैं।
Tor ब्राउज़र आपके इंटरनेट कनेक्शन को कई सर्वरों के ज़रिए घुमा देता है, जिससे आपकी असली पहचान और लोकेशन छुप जाती है।
वैसे तो इसका सही इस्तेमाल भी हो सकता है, जैसे किसी पत्रकार या सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा, लेकिन अधिकतर इसका गलत कामों में ही दुरुपयोग होता है।
डार्क वेब पर क्या-क्या होता है?
डार्क वेब में कई ऐसी चीज़ें होती हैं, जो कानूनन गैरकानूनी हैं और आम जनता को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जैसे —
- ड्रग्स और नशीली चीज़ों की खरीद-फरोख्त
- अवैध हथियारों की बिक्री
- चोरी किए गए डेबिट/क्रेडिट कार्ड का व्यापार
- नकली पासपोर्ट, आधार कार्ड और पहचान पत्र
- हैकिंग सर्विस और वायरस बेचने वाले लोग
- चोरी की गई ईमेल आईडी और पासवर्ड की बिक्री
- मानव तस्करी, बाल तस्करी, और गंदा कंटेंट
इसके अलावा आतंकवादी संगठन, साइबर क्रिमिनल और अपराधी गिरोह भी डार्क वेब पर अपनी गतिविधियां चलाते हैं।
डार्क वेब इतना खतरनाक क्यों है?
अब सवाल है — डार्क वेब से दूरी क्यों बनानी चाहिए?
तो मित्रों, इसके कई बड़े कारण हैं:
1. कानून का उल्लंघन
डार्क वेब पर जाना, वहां से कुछ खरीदना या कोई गैरकानूनी चीज़ देखना — सब क्राइम की श्रेणी में आता है। पुलिस और साइबर क्राइम एजेंसियां इस पर नज़र रखती हैं।
2. मानसिक और भावनात्मक नुकसान
डार्क वेब पर कई ऐसी चीज़ें होती हैं, जिन्हें देखकर या जानकर इंसान अंदर से टूट सकता है। कई बार लोग डिप्रेशन में भी चले जाते हैं।
3. ठगी और धोखाधड़ी
डार्क वेब पर ठग बैठे रहते हैं। आपसे पैसे लेकर या आपकी जानकारी लेकर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
4. वायरस और मैलवेयर
डार्क वेब की साइट्स में वायरस भरे होते हैं। आपकी डिवाइस हैक हो सकती है और निजी जानकारी चोरी हो सकती है।
5. पहचान और डाटा चोरी
डार्क वेब पर आपकी पर्सनल डिटेल्स, बैंक अकाउंट, आधार, पासवर्ड आदि चोरी कर बेचे जा सकते हैं।
डार्क वेब से जुड़े चर्चित अपराध
कुछ चर्चित घटनाएं जो डार्क वेब पर हुई थीं:
- Silk Road: एक बहुत बड़ा ऑनलाइन अवैध मार्केट, जिसे FBI ने 2013 में बंद किया था।
- AlphaBay: हथियार, ड्रग्स और चोरी किए हुए डाटा की सबसे बड़ी साइट, जिसे 2017 में बंद किया गया।
- कई बार कंपनियों का डाटा चोरी कर डार्क वेब पर बेचा जाता है।
खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
अगर आप डार्क वेब से अनजाने में भी बचना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- अनजान लिंक या ईमेल पर क्लिक न करें।
- हमेशा अपडेटेड एंटी-वायरस रखें।
- अपने पासवर्ड मजबूत बनाएं और दो-स्तरीय सुरक्षा (2FA) अपनाएं।
- अनजानी फाइलें डाउनलोड न करें।
- परिवार को भी इंटरनेट के खतरों के बारे में बताएं।
क्या डार्क वेब का कोई अच्छा पक्ष भी है?
सच कहें तो डार्क वेब का एक सकारात्मक पक्ष भी है। कई पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और अत्याचारग्रस्त देश के नागरिक इसका इस्तेमाल अपनी पहचान छुपाकर सच सामने लाने के लिए करते हैं।
लेकिन आम आदमी के लिए यह बेहद खतरनाक जगह है। इसलिए दूर रहना ही बेहतर है।
निष्कर्ष
डार्क वेब एक ऐसी जगह है, जहां कानून, नैतिकता और इंसानियत की परवाह नहीं होती। वहां सिर्फ अपराधी, साइबर अपराधी और खतरनाक लोग होते हैं।
केवल जिज्ञासा के लिए भी वहां जाना आपकी जिंदगी बर्बाद कर सकता है। इसलिए बेहतर है कि डार्क वेब से दूर रहें, जागरूक बनें और अपने परिवार को भी जागरूक करें। इंटरनेट का सही और सुरक्षित उपयोग करें, क्योंकि जानकारी में ही सुरक्षा है।
Disclaimer
यह लेख केवल जन जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसका उद्देश्य किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देना या प्रोत्साहित करना नहीं है। हम अपने पाठकों को डार्क वेब जैसी खतरनाक और अवैध गतिविधियों से दूर रहने की सलाह देते हैं। इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों द्वारा जारी की गई चेतावनियों पर आधारित है। यदि कोई व्यक्ति इस जानकारी का दुरुपयोग करता है तो उसकी जिम्मेदारी स्वयं उसकी होगी।

नरेन्द्र सिंह इस वेबसाइट के संस्थापक हैं। उन्हें होटल इंडस्ट्री का अच्छा खासा अनुभव है। लोगो को अपने लेख द्वारा समाज में चल रही बुराइयों से सजग करने और उससे बचने के लिए अपने विचार व्यक्त करते हैं। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने होटल इंडस्ट्री के अपने 18 साल के करियर को स्विच कर अपने पसंदीदा और रूचि के करियर मीडिया में प्रवेश किया है। वह न केवल सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सजग करते हैं, अपितु सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का प्रयोग कर सामाजिक बुराइयों को उजागर कर, दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग को सूचित करते हैं।
